The MTA(I) regional conferences aim to provide a forum for mathematics teachers, educators, mathematicians and individuals interested in mathematics education to come together and deliberate on various aspects of mathematics education. In the past MTA conferences, discussions have pertained to classroom practices, policy, curriculum, role of technology, and pedagogic aspects of mathematics teaching at the school and college levels.

Mathematics teachers and educators from Delhi NCR and the northern states who are interested in deliberating upon the challenges of mathematics education and finding possible solutions are invited to participate in the conference. The following themes have been identified to steer the discussions.

This course is meticulously crafted to monitor 'In-Person Phase-2: 5 Days Mentoring Training of all Sahyogi', guaranteeing high-quality inputs. The data gathered will be instrumental in assessing the training's impact, enabling us to enhance its effectiveness.

शैक्षिक प्रौद्योगिकी विंग एससीईआरटी स्टूडेंट्स-क्लब की स्थापना की प्रस्तावित करता है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य, एक डिजिटल सीखने का मंच प्रदान करके नवयुग टेक्नोलॉजी और 21वीं सदी कौशलों को प्रोत्साहित कर,छात्रों और शिक्षकों का सहयोग करना है,। इसका संकलन दीक्षा हरियाणा द्वारा किया जाएगा।

टेक्नोलॉजी कौशलों की जानकारी, विशेष कर शिक्षा में, हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है। इसमें  स्कूली छात्रों के सीखने के अनुभव को उन्नत करने की  बहुत अधिक संभावना है। इसे उपचारी माध्यम केन्द्रित तकनीक द्वारा प्रस्तुत किया जा रहा है, ताकि छात्रों को  शिक्षा के साथ ही दीर्घकालिक जीवन के परिणामों का भी लाभ मिल सके।

लक्ष्य -

  • NEP-2020 की सिफारिशों पर आधारित छात्रों में 21वीं-सदी कौशल विकसित करना।

  • छात्रों में 21वीं-सदी कौशल और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में रुचि, ज्ञान, और नवाचार को बढ़ावा देना।

  • विभाग की सभी आईसीटी पहलों को संभालने के लिए छात्रों और शिक्षकों को सशक्त बनाना।

कार्यक्रम की रूपरेखा  -

टेक्नोलॉजी कौशल क्लब हरियाणा के चुने हुए सरकारी स्कूलों में स्थापित किया जा रहा है । टेक्नोलॉजी कौशल क्लब की कोर टीम में 6वीं से 8वीं कक्षा के कम से कम 10 छात्र और 9वीं से 12वीं कक्षा के 10 छात्र होंगे। 6वीं से 8वीं कक्षा और 9वीं से 12वीं कक्षा के एक /दो शिक्षक/ पीजीटी इन क्लबों का नेतृत्व करेंगे।

This course is meticulously crafted to monitor 'In-Person Phase-I : 3 Days Mentoring Training of all Sahyogi', guaranteeing high-quality inputs. The data gathered will be instrumental in assessing the training's impact, enabling us to enhance its effectiveness.